ऑस्टियोपोरोसिस क्या है?
ऑस्टियोपोरोसिस का शाब्दिक अर्थ है छिद्र-युक्त झरझरी हड्डी। इसे अकसर एक मूक रोग कहा जाता है क्योंकि हड्डी के कमजोर होने के कोई लक्षण नहीं होते, और हड्डियाँ बिगड़ती जाती हैं। एक्स-रे रिपोर्ट में देखा गया ऑस्टियोपीनिया शब्द भी ऑस्टियोपोरोसिस से जुड़ा है। इसमें हड्डियों का घनत्व (डेन्सिटी) सामान्य से कम होता है पर ऑस्टियोपोरोसिस में दिखने वाले घनत्व जितना कम नहीं है। फ्रैक्चर (हड्डी टूटना) अक्सर ऑस्टियोपोरोसिस का पहला संकेत होते हैं।
ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षण क्या है?
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक आम है।
पीठ दर्द, जो कभी-कभी होता है। दर्द आमतौर पर ऊपरी और मध्य पीठ के क्षेत्र में होता है।
झुका हुआ आसन पोशचर/ कूबड़ निकला हुआ/ डोवेजर हम्प (पीठ ऐसी झुकी हुई हो जैसे बहुत बूढ़ी औरतों में देखी जाती है)
रीढ़ की हड्डी का संपीड़न फ्रैक्चर
समय के साथ कद घटना
प्रभावित क्षेत्र आमतौर पर रीढ़, कूल्हे और कलाई होते हैं
उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों के लिए प्रारंभिक जांच की जानी चाहिए जैसे:
महिलाएं जिनकी रजोनिवृत्ति हो चुकी हो
65 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाएं
ऑस्टियोपोरोसिस का वंशानुगत इतिहास वाला कोई भी व्यक्ति
70 वर्ष से अधिक आयु के पुरुष
किस प्रकार की जीवन शैली से जोखिम बढ़ता है, और क्या संशोधन करें:
गतिहीन/ निष्क्रिय जीवनशैली, कम कैल्शियम का आहार, अधिक धूम्रपान और अत्यधिक शराब के सेवन में ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा अधिक होता है। बचे रहने के लिए सक्रिय जीवन शैली (जैसे हर दिन आधे घंटे टहलना) को बनाए रखना और संतुलित भोजन करना आवश्यक है।
ऑस्टियोपोरोसिस के लिए किए गए नैदानिक परीक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं।
यह परीक्षण यह पहचानने में मदद करता है कि क्या व्यक्ति में सामान्य अस्थि घनत्व, कम अस्थि घनत्व (ऑस्टियोपेनिया) या ऑस्टियोपोरोसिस है। इस परीक्षण में प्राप्त टी-स्कोर कितना है, निदान उस पर निर्भर है।
प्रारंभिक जांच के लिए रक्त परीक्षण:
बोन प्रोफ़ाइल - सीरम कैल्शियम, फॉस्फेट, और एल्ब्यूमिन
ऐल्कलाइन फॉस्फेट
विटामिन डी3
ईएसआर
यह परीक्षण यह पहचानने में मदद करता है कि क्या व्यक्ति में सामान्य अस्थि घनत्व, कम अस्थि घनत्व (ऑस्टियोपेनिया) या ऑस्टियोपोरोसिस है। इस परीक्षण में प्राप्त टी-स्कोर कितना है, निदान उस पर निर्भर है।
ऑस्टियोपोरोसिस का इलाज
सप्लीमेंट और दवाएं:
कैल्शियम और विटामिन डी ऑस्टियोपोरोसिस की रोकथाम के लिए उत्कृष्ट आधार हैं।
कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ (दुग्ध पदार्थ और अन्य पदार्थ) जैसे पनीर, दही, दूध, पत्तेदार हरी सब्जियां (जैसे पालक), फलियां, सोयाबीन और समुद्री भोजन (समुद्र से प्राप्त खाद्य जैसे कि मछलियाँ और घोंघे आदि)।
शरीर में कैल्शियम के अवशोषण के लिए विटामिन डी आवश्यक है।
विटामिन डी के स्रोत - कुछ खाद्य स्रोत (जैसे समुद्री भोजन), डॉक्टर द्वारा बताए गए सप्लमेन्ट, और पर्याप्त समय तक सूर्य की रोशनी में रहना। कम से कम आधे घंटे के लिए सुबह सैर पर जाना कुछ धूप पाने का एक अच्छा तरीका है।
यह देखा गया है कि ऑस्टियोपोरोसिस की दवाओं से हड्डियों का घनत्व बढ़ता है और फ्रैक्चर की घटनाएं कम होती हैं। ऑस्टियोपोरोसिस के लिए व्यक्तिगत आधार पर आवश्यक दवा लाऊं सी लें और कब और कैसे लें, इस के लिए अपने चिकित्सक से सलाह करें।
अन्य दवाओं में हार्मोनल थेरेपी,टेरिपेराटाइड,कैल्सिटोनिनऔर डेनोसूमेब भी इस्तेमाल होते हैं
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